बिगड़े बच्चों के लक्षण | Bigde Bachon Ke Lakshan
बिगड़े बच्चों के लक्षण | Bigde Bachon Ke Lakshan
बच्चों का पालन-पोषण एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है, खासकर जब बच्चे बिगड़ने लगते हैं। बिगड़े बच्चों के लक्षण जल्दी पहचाने जा सकते हैं, जिससे माता-पिता या अभिभावक समय रहते सही कदम उठा सकें। बच्चों के बिगड़ने का अर्थ यह नहीं है कि वे हमेशा नकारात्मक व्यवहार दिखाते हैं, बल्कि इसका मतलब है कि वे अपने जीवन में अनुशासन, जिम्मेदारी और सकारात्मक दिशा में मार्गदर्शन की कमी महसूस कर रहे होते हैं। इस लेख में हम बिगड़े बच्चों के कुछ सामान्य लक्षणों पर चर्चा करेंगे।
1. अत्यधिक मांग और चिड़चिड़ापन | Excessive Demands and Irritability
बिगड़े बच्चों का एक प्रमुख लक्षण यह होता है कि वे बार-बार अपनी मांगें पूरी करने के लिए रोते या चिड़चिड़ाते रहते हैं। ये बच्चे अक्सर चीज़ों को तुरंत प्राप्त करना चाहते हैं और अगर उनकी इच्छाएँ पूरी नहीं होतीं तो वे गुस्से में आ जाते हैं। उनका व्यवहार असंतोषजनक और निरंतर मांगों से भरा रहता है। उदाहरण के लिए, यदि वे किसी दुकान पर हैं, तो हर छोटे-से छोटे खिलौने के लिए रोने लगते हैं।
- लक्षण:
- बार-बार चीज़ों की मांग करना।
- छोटी-सी बात पर चिड़चिड़ापन दिखाना।
- अगर कोई चीज़ समय पर नहीं मिलती तो गुस्सा करना या रोना।
2. अनुशासनहीनता और नियमों का उल्लंघन | Lack of Discipline and Rule-breaking
जब बच्चे बिगड़ने लगते हैं, तो वे घर में या बाहर किसी भी नियम का पालन नहीं करते। वे अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए माता-पिता की बातों को अनसुना करते हैं और अक्सर झगड़ते या बहस करते हैं। ऐसे बच्चे न केवल अपने घर में, बल्कि स्कूल में भी अनुशासनहीन हो सकते हैं।
- लक्षण:
- माता-पिता या शिक्षकों की बातों का पालन न करना।
- बार-बार मना करने के बावजूद बुरा व्यवहार दिखाना।
- बिना किसी वजह के झगड़ा करना या बहस करना।
3. छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना | Getting Angry over Small Things
बिगड़े बच्चों के साथ एक आम समस्या यह होती है कि वे छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाते हैं। इन बच्चों को अपनी इच्छाएँ पूरी न होने पर या किसी भी प्रकार की विफलता से बहुत ज्यादा निराशा और गुस्सा महसूस होता है। उन्हें लगने लगता है कि उनका हर काम सही होना चाहिए और यदि कुछ गलत हो जाए, तो वे उसे सहन नहीं कर पाते।
- लक्षण:
- छोटे-से कारण पर गुस्से में आ जाना।
- गुस्से के कारण चीज़ों को तोड़ना या अपने आसपास के लोगों से झगड़ना।
- जरूरत से ज्यादा भावनात्मक प्रतिक्रिया देना।
4. जिम्मेदारी से बचना | Avoiding Responsibility
बिगड़े बच्चों में जिम्मेदारी का अभाव दिखाई देता है। वे अक्सर घर के छोटे-छोटे कामों से बचने की कोशिश करते हैं। जैसे अगर उन्हें अपना कमरा साफ करने के लिए कहा जाए, तो वे बहाने बनाते हैं या काम को टाल देते हैं। इस प्रकार के बच्चे कभी भी अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से नहीं लेते।
- लक्षण:
- अपने कार्यों को टालना।
- किसी कार्य को पूरा करने में आलस्य दिखाना।
- दूसरों पर अपनी जिम्मेदारियां डालना।
5. खुद को सबसे पहले रखना | Self-Centered and Selfish
बिगड़े बच्चे अक्सर खुद को ही सबसे अहम मानते हैं। वे अपने परिवार के अन्य सदस्य, दोस्तों या सहपाठियों के बारे में नहीं सोचते और हमेशा अपनी इच्छाओं को प्राथमिकता देते हैं। इन्हें दूसरों की भावनाओं या जरूरतों का ध्यान नहीं होता और ये हर स्थिति में अपनी बातों को सही मानते हैं।
- लक्षण:
- हमेशा अपनी इच्छाओं को पहले रखना।
- दूसरों के लिए सहानुभूति और सहकार्य की कमी।
- दूसरों की मदद करने की बजाय केवल खुद के फायदे का ख्याल रखना।
6. समाजिक व्यवहार में समस्या | Problems in Social Behavior
बिगड़े बच्चे समाज में अन्य बच्चों या बड़े लोगों के साथ ठीक से व्यवहार नहीं करते। वे मित्रों के साथ झगड़ते रहते हैं या किसी भी समूह गतिविधि में हिस्सा नहीं लेते। उन्हें न तो टीम वर्क में रुचि होती है और न ही वे समूह में काम करना पसंद करते हैं। ऐसे बच्चे दूसरों के साथ घुल-मिलकर नहीं रहते और अक्सर अकेले रहना पसंद करते हैं।
- लक्षण:
- मित्रों के साथ लगातार झगड़ना।
- अकेले रहना पसंद करना।
- टीम वर्क से बचना।
7. शारीरिक और मानसिक लक्षण | Physical and Mental Symptoms
बिगड़े बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है। उन्हें चिंता, तनाव, नींद की समस्या या अवसाद जैसी मानसिक परेशानियाँ हो सकती हैं। ऐसे बच्चों के शारीरिक लक्षणों में पेट दर्द, सिर दर्द या थकान जैसे शिकायतें भी हो सकती हैं। यह सब मानसिक दबाव के कारण हो सकता है।
- लक्षण:
- बार-बार सिर दर्द या पेट दर्द की शिकायत करना।
- नींद की समस्या होना।
- तनाव या चिंता महसूस करना।
8. झूठ बोलना और बहाने बनाना | Lying and Making Excuses
बिगड़े बच्चे अक्सर झूठ बोलते हैं और अपनी गलती छुपाने के लिए बहाने बनाते हैं। उन्हें लगता है कि वे झूठ बोलकर अपनी गलतियों से बच सकते हैं और उन्हें सजा नहीं मिलेगी। ऐसा व्यवहार लंबे समय तक उनके व्यक्तित्व पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
- लक्षण:
- अपनी गलतियों को छुपाने के लिए झूठ बोलना।
- जिम्मेदारियों से बचने के लिए बहाने बनाना।
- बार-बार दिमागी चालाकी दिखाना।
निष्कर्ष | Conclusion
बिगड़े बच्चों के लक्षणों को समय पर पहचानना और उन्हें सुधारने के उपायों को अपनाना बहुत जरूरी है। यह केवल बच्चे के विकास और अच्छे भविष्य के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है। माता-पिता और अभिभावकों को बच्चों के व्यवहार को सही दिशा में मार्गदर्शन देने के लिए उनके साथ प्यार, समझ और धैर्य के साथ पेश आना चाहिए।
सुझाव | Suggestions
- बच्चों के साथ नियमित संवाद बनाए रखें और उनके विचारों को समझें।
- अनुशासन का पालन करने के साथ-साथ बच्चों को प्यार और समर्थन दें।
- बच्चों को जिम्मेदारी और आत्म-नियंत्रण सिखाएं।
- सकारात्मक सुदृढ़ीकरण के माध्यम से बच्चों को अच्छे व्यवहार के लिए प्रोत्साहित करें।
क्या आपने अपने बच्चों में इन लक्षणों को पहचाना है? हमें अपने विचार और अनुभव साझा करें।
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