मैरी गॉडविन शेली और पर्सी शेली की प्रेम कहानी
मैरी गॉडविन शेली और पर्सी शेली की प्रेम कहानी | Mary Godwin Shelley and Percy Shelley’s Love Story
मैरी गॉडविन शेली और पर्सी बायशे शेली की प्रेम कहानी एक दिलचस्प और प्रेरणादायक कहानी है जो साहित्य, प्रेम और समाज की सीमाओं से परे जाती है। यह प्रेम कहानी केवल एक रोमांटिक संबंध नहीं थी, बल्कि एक साहसी यात्रा थी, जिसमें इन दोनों लेखकों ने व्यक्तिगत और साहित्यिक चुनौतियों का सामना किया, साथ ही एक-दूसरे का समर्थन किया। इनका संबंध साहित्य के इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, क्योंकि दोनों ने एक-दूसरे की रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया और समाज के खिलाफ अपने विचार व्यक्त किए।
मैरी गॉडविन शेली और पर्सी शेली का परिचय | Introduction to Mary Godwin Shelley and Percy Shelley
मैरी गॉडविन शेली (1797-1851), एक प्रसिद्ध ब्रिटिश लेखक, "फ्रेंकस्टाइन" (Frankenstein) के लिए प्रसिद्ध हैं, जिसे आधुनिक विज्ञान-कल्पना (Science Fiction) का पहला उपन्यास माना जाता है।
पर्सी बायशे शेली (1792-1822), एक प्रसिद्ध कवि थे, जिनकी कविताएं रोमांटिक आंदोलन का हिस्सा मानी जाती हैं। उनकी कविताओं में गहरी सामाजिक चेतना और मानवता के प्रति प्रेम था।
पहली मुलाकात और प्रेम का आरंभ | The First Meeting and Beginning of Love
मैरी गॉडविन और पर्सी शेली की पहली मुलाकात 1814 में हुई थी, जब मैरी 16 साल की थीं और पर्सी 22 वर्ष के थे।
- मैरी का पारिवारिक इतिहास: मैरी गॉडविन का परिवार एक स्वतंत्र विचारक और विद्वान परिवार था। उनकी मां, मैरी वोल्स्टोनक्राफ्ट, एक प्रसिद्ध नारीवादी थीं, जबकि उनके पिता, विलियम गॉडविन, एक प्रसिद्ध राजनीतिक विचारक थे।
- पर्सी की स्थिति: पर्सी शेली पहले से ही एक स्थापित कवि थे, लेकिन उनकी वैवाहिक स्थिति और जीवन में कई निजी संकट थे। वह अपनी पहली पत्नी, हैरिएट से तलाक ले चुके थे, और फिर मैरी के साथ अपना रिश्ता शुरू किया।
उनकी पहली मुलाकात के बाद, दोनों के बीच गहरी बौद्धिक और भावनात्मक मित्रता विकसित हुई, जो जल्दी ही प्रेम में बदल गई। हालांकि, यह प्रेम संबंध उस समय समाज और परिवार की पारंपरिक सोच के खिलाफ था, क्योंकि पर्सी पहले ही शादीशुदा थे।
पारिवारिक और समाजिक चुनौतियाँ | Familial and Social Challenges
मैरी और पर्सी के रिश्ते को उनके परिवार और समाज ने स्वीकार नहीं किया।
- मैरी की माँ का निधन: मैरी की माँ, मैरी वोल्स्टोनक्राफ्ट, का निधन उनकी बचपन में ही हो गया था, और इसलिए वह अपने पिता के साथ पली-बढ़ी। उनका परिवार इस नए रिश्ते को लेकर नाराज़ था।
- पर्सी की पहली पत्नी का निधन: पर्सी शेली की पहली पत्नी, हैरिएट का निधन आत्महत्या के रूप में हुआ, और यह घटना मैरी और पर्सी की जीवन में एक संकट का कारण बनी।
- समाज की आलोचना: समाज ने इस रिश्ते को लेकर उन पर आलोचना की, क्योंकि पर्सी शेली पहले से शादीशुदा थे और मैरी और उनका संबंध एक सामाजिक विघटन जैसा था।
यात्रा और 'फ्रेंकस्टाइन' की रचना | The Journey and Creation of 'Frankenstein'
1816 में, पर्सी शेली और मैरी गॉडविन ने यूरोप यात्रा की, जो बाद में उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गई।
- स्विट्जरलैंड में 'फ्रेंकस्टाइन' का जन्म: इस यात्रा के दौरान, वे स्विट्जरलैंड में लॉर्ड बायरन और जॉन विलियम पॉलीडोरी के साथ थे। एक तूफानी रात में, लॉर्ड बायरन ने एक कहानी लिखने की चुनौती दी, और उसी रात मैरी गॉडविन शेली ने "फ्रेंकस्टाइन" की कहानी की कल्पना की। यह उपन्यास विज्ञान-कल्पना के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ और आज भी इसे एक महान कृति के रूप में देखा जाता है।
यह यात्रा न केवल मैरी के साहित्यिक जीवन का टर्निंग प्वाइंट थी, बल्कि पर्सी के लिए भी एक नया प्रेरणा स्रोत थी, क्योंकि उन्होंने भी अपनी कविता "अनेक पीढ़ियों का भविष्य" (The Revolt of Islam) पर काम किया।
पर्सी शेली की मृत्यु और मैरी का जीवन | Percy Shelley's Death and Mary’s Life
1822 में, पर्सी शेली की मृत्यु एक दुखद हादसे में हो गई, जब उनका नाव दुर्घटना में समंदर में डूब गया।
- मैरी का शोक: पर्सी की मृत्यु के बाद, मैरी गॉडविन शेली का जीवन शोक में डूब गया, लेकिन वह अपनी रचनात्मकता को जारी रखते हुए एक प्रसिद्ध लेखिका बन गईं। उन्होंने पर्सी की काव्य रचनाओं को प्रकाशित किया और उनकी मृत्यु के बाद भी उनका नाम अमर रखा।
- उनकी जीवित धरोहर: मैरी ने अपनी पूरी जिंदगी साहित्य और उनके साझा अनुभवों के बारे में लिखा। उनकी कृतियों और उनके रिश्ते ने साहित्य जगत में अनगिनत प्रेरणाएं दीं।
निष्कर्ष | Conclusion
मैरी गॉडविन शेली और पर्सी शेली की प्रेम कहानी एक उदाहरण है कि कैसे दो साहित्यिक महानुभावों का प्रेम न केवल व्यक्तिगत संबंधों में गहराई ला सकता है, बल्कि समाज और साहित्य पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है।
- साहित्यिक सहयोग: दोनों का सहयोग साहित्य और कला के क्षेत्र में अमूल्य था, और उनका संबंध एक-दूसरे की रचनात्मकता को उभारने और एक-दूसरे की कृतियों को प्रोत्साहित करने का था।
- धैर्य और समर्पण: उनके रिश्ते की सबसे बड़ी विशेषता थी उनका एक-दूसरे के प्रति समर्पण और कठिनाइयों के बावजूद प्यार और समर्थन देना।
"मैरी और पर्सी की प्रेम कहानी एक ऐसी प्रेरणा है, जो यह दिखाती है कि प्रेम और रचनात्मकता दोनों मिलकर एक नई दुनिया की रचना कर सकते हैं।"
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