बुधवार, 23 सितंबर 2020

ओबीसी जाति प्रमाण पत्र कैसे बनाए

| ओबीसी जाति प्रमाण पत्र कैसे बनाए || (How to make obc cast Certificate online)

राजस्थान सरकार द्वारा ओबीसी जाति प्रमाण पत्र बनाने की सुविधा ईमित्र पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई है। यहां इस प्रक्रिया के सभी चरणों को विस्तार से समझाया गया है।


1. ओबीसी जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए पात्रता (Eligibility)

  • आवेदक राजस्थान राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • आवेदक की जाति राजस्थान सरकार की OBC लिस्ट में होनी चाहिए।
  • नाबालिग मामलों में माता-पिता के प्रमाण पत्र के आधार पर यह प्रमाण पत्र बनाया जा सकता है।

2. आवश्यक दस्तावेज (Documents Required)

  • राशन कार्ड, जिसमें आवेदक का नाम दर्ज हो।
  • आवेदक का आधार कार्ड
  • जन आधार कार्ड
  • स्कूल प्रमाण पत्र (यदि आवेदक पढ़ा-लिखा है)।
  • राजस्थान राज्य में निवास का प्रमाण, जैसे मूल निवास प्रमाण पत्र
  • भरा हुआ ऑफलाइन फॉर्म, जिसे दो उत्तरदायी व्यक्तियों और पटवारी से सत्यापित कराया गया हो।
  • आय प्रमाण पत्र (4 पेज वाला)

3. ऑफलाइन फॉर्म डाउनलोड और भरना

स्टेप्स:

  1. फॉर्म डाउनलोड करें:
  2. फॉर्म भरें:
    • सभी जानकारी सही-सही भरें।
    • भरे हुए फॉर्म का नमूना फॉर्म पेज पर उपलब्ध है।
  3. सत्यापन कराएं:
    • दो उत्तरदायी व्यक्तियों और पटवारी से प्रमाणित कराएं।

4. ईमित्र कीओस्क से ऑनलाइन आवेदन करना

स्टेप्स:

  1. SSO पोर्टल पर लॉगिन करें:
  2. ईमित्र ऐप पर क्लिक करें।
  3. एप्लिकेशन सर्विस चुनें:
    • "Application form for Caste Certificate - OBC for State" का चयन करें।
  4. फॉर्म भरें और सबमिट करें:
    • फॉर्म में मांगी गई जानकारी भरें और सभी दस्तावेज अपलोड करें।

5. आवेदन का स्टेटस जांचना और प्रमाण पत्र डाउनलोड करना

स्टेप्स:

  1. स्टेटस जांचें:
    • फॉर्म स्वीकृत होने के बाद "Approved" स्टेटस दिखेगा।
  2. प्रमाण पत्र डाउनलोड करें:
    • SSO पोर्टल से प्रमाण पत्र डाउनलोड करें और उसका प्रिंट निकालें।
  3. आवेदक को प्रमाण पत्र दें।

6. आवेदन में कमी होने पर उसे Resubmit करना

  • जाँच अधिकारी द्वारा यदि आवेदन सेंडबैक किया जाता है, तो बताई गई कमी को ठीक करें।
  • फॉर्म को पुनः Resubmit करें।
  • सही जानकारी और दस्तावेज अपलोड करने के बाद प्रक्रिया पूरी करें।

जरूरी बातें

  • सभी दस्तावेज स्पष्ट और सही हों।
  • आवेदन के हर चरण का ध्यानपूर्वक पालन करें।
  • यदि कोई समस्या हो, तो ईमित्र की सहायता लें।

इस प्रकार आप आसानी से ओबीसी जाति प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

मंगलवार, 22 सितंबर 2020

मूल निवास प्रमाण पत्र कैसे बनाए

|| मूल निवास प्रमाण पत्र कैसे बनाए || (How to Maken Bonafaid Certificate online)

मूल निवास प्रमाण पत्र (Bonafide Certificate) बनवाने की प्रक्रिया राजस्थान सरकार द्वारा ईमित्र पोर्टल के माध्यम से पूरी तरह ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई है। यहां पर हम इस प्रक्रिया के सभी चरणों को विस्तार से समझेंगे।

1. मूल निवास बनाने के लिए पात्रता

  • आवेदक कम से कम 10 वर्ष से राजस्थान राज्य का निवासी हो।
  • महिला आवेदक जिन्होंने राजस्थान के मूल निवासी से विवाह किया है और उनके पति के पास मूल निवास प्रमाण पत्र है।
  • नाबालिग आवेदक के लिए माता-पिता के प्रमाण पत्र के आधार पर यह प्रमाण पत्र बन सकता है।

2. आवश्यक दस्तावेज

  • राशन कार्ड जिसमें आवेदक का नाम दर्ज हो।
  • आधार कार्ड।
  • जन आधार कार्ड।
  • स्कूल प्रमाण पत्र (यदि आवेदक पढ़ा-लिखा है)।
  • 10 वर्ष से राजस्थान में निवास के प्रमाण
  • ऑफलाइन भरा हुआ आवेदन फॉर्म (दो उत्तरदायी गवाहों द्वारा सत्यापित)।

3. ऑफलाइन फॉर्म डाउनलोड करना और भरना

स्टेप्स:

  1. फॉर्म डाउनलोड करें:
  2. फॉर्म भरें:
    • फॉर्म में मांगी गई जानकारी सही-सही भरें।
    • भरे हुए फॉर्म का नमूना डाउनलोड पेज पर उपलब्ध है।
  3. सत्यापन कराएं:
    • फॉर्म को दो उत्तरदायी व्यक्तियों से प्रमाणित कराएं।

4. ईमित्र कीओस्क से ऑनलाइन आवेदन करना

स्टेप्स:

  1. SSO पोर्टल पर लॉगिन करें:
  2. ईमित्र ऐप पर क्लिक करें।
  3. एप्लिकेशन सर्विस चुनें:
    • "Application form for Bonafide Certificate (मूल निवास प्रमाण पत्र हेतु आवेदन)" पर क्लिक करें।
  4. फॉर्म भरें:
    • ऑनलाइन फॉर्म में सही जानकारी भरकर सबमिट करें।
    • आवेदन की पुष्टि के लिए आपको संबंधित दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
  5. आवेदन का स्टेटस जांचें:
    • फॉर्म स्वीकृत होने के बाद "Approved" स्टेटस दिखेगा।

5. मूल निवास प्रमाण पत्र डाउनलोड और प्रिंट करें

  1. SSO पोर्टल पर लॉगिन करके मूल निवास प्रमाण पत्र डाउनलोड करें।
  2. इसे प्रिंट कर आवेदक को उपलब्ध कराएं।

6. यदि आवेदन लौटाया जाए (Resubmit करना)

  • आवेदक को दी गई कमी को ठीक कर ऑनलाइन पुनः फॉर्म जमा करें।
  • इस प्रक्रिया के लिए ईमित्र पोर्टल का उपयोग करें।

जरूरी टिप्स

  • हर चरण में दिए गए निर्देशों का पालन करें।
  • यदि किसी चरण में समस्या हो, तो संबंधित वीडियो मार्गदर्शन लें।
  • सभी दस्तावेज सही और स्पष्ट स्कैन किए गए होने चाहिए।

अब आप आसानी से ईमित्र के माध्यम से मूल निवास प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं।

गुरुवार, 3 सितंबर 2020

Blogger.com ब्लॉग के फायदे और नुकसान

Blogger.com पर ब्लॉग बनाने के फायदे और नुकसान - Blogger ke fayde nuksan , ब्लॉगर डॉट कॉम पर ब्लॉगिंग करना कितना फायदेमंद और कितना नुकसानदायक , गूगल होस्टेड वेबसाइट.

Blogger.com गूगल का ही प्लेटफार्म है. आज के इस लेख में हम आपको ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाने के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं. यदि आप इसके बारे में जानकारी लेना चाहते हैं तो हमारे इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें.

Blogger.com के फायदे:-

  1. यह बिलकुल मुफ्त है - आप ब्लॉगर पर अपना ब्लॉग बनाकर बिलकुल मुफ्त में ब्लॉगिंग कर सकते हो. यहाँ ब्लॉग बनाने के बात आपको कोई पैसा नहीं देना पड़ता है. कुछ लोगों का मानना है कि फेमस होने के बाद blogger आपसे पैसे मांगने लगेगा, परन्तु ऐसा कुछ नहीं है. आप blogger पर ब्लॉग बनाकर इस बात से निश्चित हो जाएँ कि आपका ब्लॉग फेमस होने के बाद आपसे पैसा माँगा जाएगा.
  2. कमाई कर सकते हैं - आप एक paid वेबसाइट की तरह ही blogger में बनाए हुए ब्लॉग पर ads अर्थात विज्ञापन लगाकर कमाई भी कर सकते है. आप blogger पर मुफ्त में बनाए हुए ब्लॉग पर adsense या अन्य कई ad networks के Ads लगाकर पैसे भी कमा सकते है.
  3. Custom Domain - Blogger की तरह ही wordpress.com पर भी आप मुफ्त में ब्लॉग सकते है परन्तु आप वर्डप्रेस के ब्लॉग पर Custom Domain नहीं लगा सकते है लेकिन blogger आपको Custom Domain लगाने की पूरी छुट देता है जिससे आप Custom Domain लगाकर अपने ब्लॉग को Professional Blog बना सकते हैं.
  4. नए यूजर के लिए आसान - Blogger पर ब्लॉग बनाना, लेख लिखना और adsense के ads दिखाना आसान है. यही कारण है कि अक्सर सभी ब्लोगिंग करने वाले blogger को प्रयोग करके ही ब्लॉगिंग सीखते है.
  5. होस्टिंग की जरूरत नहीं - ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाने के लिए आपको किसी भी प्रकार की Hosting & Storage लेने जी आवश्यकता नहीं है. 
  6. फ्री में फास्ट सर्विस - यदि आप पैसे लगाकर कहीं से होस्टिंग लेकर ब्लॉग बनाते है तो उसमें एक लिमिट होती है. उस लिमिट से ज्यादा विजिटर आने पर आपका ब्लॉग Down हो जाता है परन्तु blogger में बनाया हुआ ब्लॉग अनलिमिटेड ट्रैफिक सहन करता है और ज्यादा विजिटर आने पर भी Down नहीं होता है.
  7. कड़ी सुरक्षा - अन्य होस्टिंग वेबसाइट से host लेकर बनाया हुआ ब्लॉग हैक हो सकता है लेकिन google के प्रोडक्ट सुरक्षित हैं इसलिए आपको यह चिंता करने की जरूरत नहीं है कि आपका ब्लॉग कोई हैक कर पाएगा

Blogger पर Blog बनाने के नुक्सान:-

दोस्त जैसे कि हर चीज के फायदे हैं तो उसके नुकसान भी हैं. ठीक उसी प्रकार ब्लॉगर पर बनाए हुए ब्लॉग के भी कुछ नुक्सान है, इन्हें आप यहाँ से मालूम कर सकते हैं.

  1. आपका ब्लॉग delete हो सकता है - यदि आप गूगल के नियमों का उल्लंघन करते हैं तो blogger आपका ब्लॉग Delete भी कर सकता है. यदि आप अपने ब्लॉग पर Copy किया हुआ content डालते हैं, Adult लेख वीडियो या फोटो डालते हैं, Phishing के लेख लिखते हैं, Hacking & Cracking की जानकारी देते हैं या किसी अन्य तरीके Violence करते हैं तो आपका ब्लॉग बिना किसी सुचना के remove किया जा सकता है. परन्तु यदि आप Original, legel और अच्छे - अच्छे जानकारी वाले लेख लिखते है तो आपका ब्लॉग सदैव बना रहेगा.
  2. अपडेट की कमी - Blogger अपने Platform को update बहुत ही कम करता है. इसने जो कुछ सुविधा दे रखी है वो अब तक ज्यों की त्यों बनी हुई है. यह अपने Features में बदलाव कम ही करता है.
  3. No any tools - इस पर बनाया हुआ ब्लॉग paid वेबसाइट की तरह कोई भी टूल प्रदान नहीं करता है. जैसे आप paid hosting में टूल इंस्टाल करके अपने काम को आसान बना सकते हैं इस तरह का यहाँ कुछ नहीं है. 
परन्तु जो लोग blogger को अच्छे से प्रयोग करना सीख लेते है उन्हें दूसरी कोई होस्टिंग पसंद नहीं आती है. Blogger पर Blog बनाने के फायदे और नुक्सान कितने है इस लेख को पढ़कर आप यह सब जान गए होंगें. यदि आप blogger पर नए है तो blogger ब्लॉग बनाने और इसके अडवांस प्रयोग की जानकारी के लिए youtube पर वीडियो सर्च करें और देखें.